Thursday, July 21, 2011

TEACHING AND NON TEACHING STAFF 2011-2012


TEACHING AND NON TEACHING STAFF OF CMS COLLEGE HIGH SCHOOL FAMILY

   HEAD MASTER –JACOB SAM  
         MERCY P MATHEW                                                                                  
·                     NANCY RAJAN
·                     LILLY CHACKO
·                     VINCY JOHN
·                     JAYAS J CHACKO
·                     SUSAN K ABRAHAM
·                     LAILA PAUL
·                     SEEPA ANU GEORGE
·                     LISSA GEORGE
·                     JOHNSON POUL
·                     RACHEL P VARGESE
·                     TM MARY
·                     BINU UNNAKKAVU
·                     JACOB P JOSEPH
·                     MARY P JAIC
·                     JOHN JACOB P
·                     C P MARY
·                     BINU JOHN
·                     BOBBY KURIAN K
·                     GRACY VARGESE
·                     K P SHAJI
·                     ANEIMOL KURIAN
·                     MARY MANI M
·                     JAYASREE K NAIR
·                     JIBY LIZA JOY
·                     SUJA SOSA THOMAS
·                     SHERLY JOHN
·                     REEMI THOMAS
            CINEY ELIZABETH ABRAHAM
·                     TIJO SARA JOHN    
·                     MERRIES  MARY JOSEPH 
·                     SHEEJA ANNI JOSEPH
·                     SARAMA KOSHY
·                     SINU SUSAN THOMAS
·                     BINU SAMUEL
·                      
NON TEACHING STAFF
·                     SANTHOSH GEORGE
·                     PETER MOSA
·                     JOSEPH P MATHEW
·                     JESSY MATHEW
·                     ISSAC V MARKOSE
school phone number    :0481 566740 




Sunday, July 17, 2011

Air pollution



जिंदगी एक पहेली

जिंदगी एक पहेली
जिंदगी एक पहेली है,
क्योकि
कल क्या हुआ?
आज क्या हो रहा है ?
कल क्या होगा?
क्यों होगा?
कैसे होगा?
कौन करेगा?
कब करेगा?
कहा करेगा?
कुछ भी तो नहीं पता है हमें

Saturday, July 16, 2011

std x hindiइकाई : बसेरा लौटा दो पाठभाग : नदी और साबुन अब्दुल रज़ाक पी, रघुवीर, जयदीप के समस्याक्षेत्र : जलस्थल संसाधनों के प्रबंधन में वैज्ञानिकता का अभाव। आशय एवं धारणाएँ : प्रकृति पर मानव के अनियंत्रित हस्तक्षेप से प्राकृतिक संपदा का शोषण बढना। प्रक्रियाएँ संबंध कथन: बच्चो, पिछले साल नवीं कक्षा की पाठ्यपुस्तक की अंतिम इकाई में हम नॆ कौन सी समस्या और आशय पर चर्चा की थी? छात्रों की प्रतिक्रियाओं को सूचीबद्ध करें। जैसे: १. अवैज्ञानिक जल प्रबंधन के कारण लोगों को सब कुछ छोड़कर पलायन करना पड़ता है। २. पानी की कमी एक विकट समस्या है। ३. जल का महत्व जाननेवाले थे हमारे पूर्वज। ४. जल संरक्षण के अच्छे नमूने । (यहाँ क्लिक करें) ठीक है वच्चो, आप ने ठीक ही कहा है। देखो, मैं कुछ दृश्य आप को दिखाता हूँ। देखिए। SLIDE I (यहाँ क्लिक करें) वच्चो, आपने दृश्य देखे है न? (छात्रें के उत्तर सूचीबद्ध करें।) आपने कौन-से दृश्य देखे ? (छात्रें के उत्तर सूचीबद्ध करें।) इस पर आपका विचार क्या है? (छात्रें के उत्तर सूचीबद्ध करें।) दृश्य किस विषय की चर्चा कर रहे हैं? (छात्रें के उत्तर सूचीबद्ध करें।) प्रदूषण के कारण क्या-क्या हो सकते है? (छात्रें के उत्तर सूचीबद्ध करें।) (यहाँ क्लिक करें) प्रदूषण से जल स्रोतों की रक्षा कैसे संभव है? छात्रें के उत्तर सूचीबद्ध करें। कहें, बच्चो, नदी के संबंध में लिखी एक कविता हमारी दसवीं कक्षा की पाठ्य पुस्तिका में है। देखिए। प्रश्न करें। बच्चो, पाठ्य पुस्तिका में कितनी इकाइयाँ है? पहली इकाई कौन सी है? पहली इकाई का पहला पाठभाग कौन सा है? कवि और कविता का नाम क्या है? निर्देश दें, कि बच्चो, अब आप लोग नदी और साबून नामक कविता का वाचन करें। जो समझे है, सही चिह्न लगाएँ। जो नहीं समझे है, रेखांकित करें। जो बहुत अच्छे लगे, आश्चर्य चिह्न लगाएँ। नदी और साबून (यहाँ क्लिक करें) TB (आ सी टी द्रारा पूरी कविता दिखाएँ।) कविता में कौन-कौन से जीवजंतुओं के नाम है? बाघ, मछली, कछुआ, हाथी इन्हीं नामों के आधार पर दल बनाएँ। दल में शंका समाधान का अवसर दें। दुबली =മെലിഞ്ഞ मैली-कुचैली =മലിനമായ उतराई =പൊന്തിക്കിടക്കുക जुठारना =എച്ചിലാക്കുക पीठ(स्त्री) =പുറം उलीचना =കോരിക്കളയുക कारखाना =FACTORY तेज़ाबी पेशाब =അമ്ല ജലം झेलना =സഹിക്കുക बैंगनी =വയലറ്റ് त्वचा =തൊലി सिरहाना =തലക്കല്‍ टिकिया =കട്ട हार =തോല്‍വി अन्य दलों से शंका समाधान का अवसर दें । कविता का विश्लेशण करें। SLIDE 2 (यहाँ क्लिक करें) नदी और साबून (यहाँ क्लिक करें) शब्दार्थ नदी और साबून (यहाँ क्लिक करें) mpg विश्लेषणात्मक प्रश्न करें। * यहाँ कौन दुबली हो गई है? * एक व्यक्ति का दुबला होने का क्या क्या कारण हो सकते हैं? * तो एक नदी का दुबला होने का क्या क्या कारण हो सकते हैं? * क्या आपने किसी नदी को दुबली होते / प्रदूषित होते देखा है? इसके क्या क्या कारण हो सकते हैं? * मछलियाँ किस तरह उतराई है? * इच्छाओं के मर जाने पर क्या होता है? * मरी हुई मछलियाँ किसका प्रतीक हैँ? * तुम्हारे दुर्दिनों के दुर्जल में- कवि ने एसा क्यों कहा है? * बाघों के................सहती सानंद।-नदी पर पशु पक्षि और मानव का समान अधिकार है।पर किसके हस्तक्षेप से नदी को हानी पहुंचती है? * पेशाब शब्द से कविने आशय को अधिक तीष्ण बनाया है। क्या आप इससे सहमत है? * हिमालय किसका प्रतीक है? * भारतीय संस्कृति में हिमालय का स्थान क्या है? (पहरेदार की भूमिका) * उत्तर भारत की अधिकांश नदियाँ हिमालय से उत्पन्न होती हैं।तो हम कह सकते हैं कि नदी हिमालय की पुत्री है।हमारे रक्षक की पुत्री के साथ हमारा यह व्यवहार क्या ठीक है? * नदी किसके सामने हार गई और क्यों? * हथेली भर की एक साबुन की टिकिया- से क्या तात्पर्य होगा? * नदी सभी प्रकार के हमलाओं के विरुद्ध लड़ती रही। गाँव-गाँव में पानी पहुँचाने केलिए। पर अज्ञता से सामान्य जनता भी प्रदूषण की प्रक्रिया में भाग लेना का दृश्य(हथेली भर की एक साबुन की टिकिया- से ) देखकर नदी हताश हो गई और अपनी हार मान ली।उसने सोचा होगा-"अब मैं किसकेलिए लडूँ?” इस व्याख्या पर आप का विचार क्या है? * नदी को प्रदूषण से बचाने केलिए हम क्या क्या कर सकते हैं? कविता का वैयक्तिक रूप से आस्वादन टिप्पणी लिखने का निर्देश दें। दल में चर्चा करके परिमार्जन करने का निर्देश दें। दलों से उपजें एकत्रित करें और अदल-बदलकर अन्य दलों में दें। पूछें, आस्वादन टिप्पणी की मूल्याँकन बिंदुएँ क्या-क्या है? उत्तरों को सूचीबद्ध करें। (यहाँ क्लिक करें) कवि और कविता का परिचय भावपक्ष शिल्पपक्ष भाषा प्रासंगिकता अपना मत पूछें, तो आस्वादन टिप्पणी की मूल्याँकन सूचक क्या-क्या है? (यहाँ क्लिक करें) दलों में मिली आस्वादन टिप्पणी का मूल्यांकन करने का निर्दोश दें। हर दलें से मूल्यांकन संबंधी टिप्पणी करने का निर्देश दें। प्रस्तुतीकरण करवाएँ। अद्यापक अपना प्रस्तुतीकरण करें। (यहाँ क्लिक करें) पाठ्यपुस्तक की मूल्यांकनफारमाट के आधार पर आस्वादन टिप्पणी का स्वनिर्धारण करें। पुनर्लेखन करके पोरट फोलियो में संकलन करने का निर्देश दें। (मलयालम परिभाषा)Testइकाई : बसेरा लौटा दो पाठभाग : नदी और साबुन अब्दुल रज़ाक पी, रघुवीर, जयदीप के समस्याक्षेत्र : जलस्थल संसाधनों के प्रबंधन में वैज्ञानिकता का अभाव। आशय एवं धारणाएँ : प्रकृति पर मानव के अनियंत्रित हस्तक्षेप से प्राकृतिक संपदा का शोषण बढना। प्रक्रियाएँ संबंध कथन: बच्चो, पिछले साल नवीं कक्षा की पाठ्यपुस्तक की अंतिम इकाई में हम नॆ कौन सी समस्या और आशय पर चर्चा की थी? छात्रों की प्रतिक्रियाओं को सूचीबद्ध करें। जैसे: १. अवैज्ञानिक जल प्रबंधन के कारण लोगों को सब कुछ छोड़कर पलायन करना पड़ता है। २. पानी की कमी एक विकट समस्या है। ३. जल का महत्व जाननेवाले थे हमारे पूर्वज। ४. जल संरक्षण के अच्छे नमूने । (यहाँ क्लिक करें) ठीक है वच्चो, आप ने ठीक ही कहा है। देखो, मैं कुछ दृश्य आप को दिखाता हूँ। देखिए। SLIDE I (यहाँ क्लिक करें) वच्चो, आपने दृश्य देखे है न? (छात्रें के उत्तर सूचीबद्ध करें।) आपने कौन-से दृश्य देखे ? (छात्रें के उत्तर सूचीबद्ध करें।) इस पर आपका विचार क्या है? (छात्रें के उत्तर सूचीबद्ध करें।) दृश्य किस विषय की चर्चा कर रहे हैं? (छात्रें के उत्तर सूचीबद्ध करें।) प्रदूषण के कारण क्या-क्या हो सकते है? (छात्रें के उत्तर सूचीबद्ध करें।) (यहाँ क्लिक करें) प्रदूषण से जल स्रोतों की रक्षा कैसे संभव है? छात्रें के उत्तर सूचीबद्ध करें। कहें, बच्चो, नदी के संबंध में लिखी एक कविता हमारी दसवीं कक्षा की पाठ्य पुस्तिका में है। देखिए। प्रश्न करें। बच्चो, पाठ्य पुस्तिका में कितनी इकाइयाँ है? पहली इकाई कौन सी है? पहली इकाई का पहला पाठभाग कौन सा है? कवि और कविता का नाम क्या है? निर्देश दें, कि बच्चो, अब आप लोग नदी और साबून नामक कविता का वाचन करें। जो समझे है, सही चिह्न लगाएँ। जो नहीं समझे है, रेखांकित करें। जो बहुत अच्छे लगे, आश्चर्य चिह्न लगाएँ। नदी और साबून (यहाँ क्लिक करें) TB (आ सी टी द्रारा पूरी कविता दिखाएँ।) कविता में कौन-कौन से जीवजंतुओं के नाम है? बाघ, मछली, कछुआ, हाथी इन्हीं नामों के आधार पर दल बनाएँ। दल में शंका समाधान का अवसर दें। दुबली =മെലിഞ്ഞ मैली-कुचैली =മലിനമായ उतराई =പൊന്തിക്കിടക്കുക जुठारना =എച്ചിലാക്കുക पीठ(स्त्री) =പുറം उलीचना =കോരിക്കളയുക कारखाना =FACTORY तेज़ाबी पेशाब =അമ്ല ജലം झेलना =സഹിക്കുക बैंगनी =വയലറ്റ് त्वचा =തൊലി सिरहाना =തലക്കല്‍ टिकिया =കട്ട हार =തോല്‍വി अन्य दलों से शंका समाधान का अवसर दें । कविता का विश्लेशण करें। SLIDE 2 (यहाँ क्लिक करें) नदी और साबून (यहाँ क्लिक करें) शब्दार्थ नदी और साबून (यहाँ क्लिक करें) mpg विश्लेषणात्मक प्रश्न करें। * यहाँ कौन दुबली हो गई है? * एक व्यक्ति का दुबला होने का क्या क्या कारण हो सकते हैं? * तो एक नदी का दुबला होने का क्या क्या कारण हो सकते हैं? * क्या आपने किसी नदी को दुबली होते / प्रदूषित होते देखा है? इसके क्या क्या कारण हो सकते हैं? * मछलियाँ किस तरह उतराई है? * इच्छाओं के मर जाने पर क्या होता है? * मरी हुई मछलियाँ किसका प्रतीक हैँ? * तुम्हारे दुर्दिनों के दुर्जल में- कवि ने एसा क्यों कहा है? * बाघों के................सहती सानंद।-नदी पर पशु पक्षि और मानव का समान अधिकार है।पर किसके हस्तक्षेप से नदी को हानी पहुंचती है? * पेशाब शब्द से कविने आशय को अधिक तीष्ण बनाया है। क्या आप इससे सहमत है? * हिमालय किसका प्रतीक है? * भारतीय संस्कृति में हिमालय का स्थान क्या है? (पहरेदार की भूमिका) * उत्तर भारत की अधिकांश नदियाँ हिमालय से उत्पन्न होती हैं।तो हम कह सकते हैं कि नदी हिमालय की पुत्री है।हमारे रक्षक की पुत्री के साथ हमारा यह व्यवहार क्या ठीक है? * नदी किसके सामने हार गई और क्यों? * हथेली भर की एक साबुन की टिकिया- से क्या तात्पर्य होगा? * नदी सभी प्रकार के हमलाओं के विरुद्ध लड़ती रही। गाँव-गाँव में पानी पहुँचाने केलिए। पर अज्ञता से सामान्य जनता भी प्रदूषण की प्रक्रिया में भाग लेना का दृश्य(हथेली भर की एक साबुन की टिकिया- से ) देखकर नदी हताश हो गई और अपनी हार मान ली।उसने सोचा होगा-"अब मैं किसकेलिए लडूँ?” इस व्याख्या पर आप का विचार क्या है? * नदी को प्रदूषण से बचाने केलिए हम क्या क्या कर सकते हैं? कविता का वैयक्तिक रूप से आस्वादन टिप्पणी लिखने का निर्देश दें। दल में चर्चा करके परिमार्जन करने का निर्देश दें। दलों से उपजें एकत्रित करें और अदल-बदलकर अन्य दलों में दें। पूछें, आस्वादन टिप्पणी की मूल्याँकन बिंदुएँ क्या-क्या है? उत्तरों को सूचीबद्ध करें। (यहाँ क्लिक करें) कवि और कविता का परिचय भावपक्ष शिल्पपक्ष भाषा प्रासंगिकता अपना मत पूछें, तो आस्वादन टिप्पणी की मूल्याँकन सूचक क्या-क्या है? (यहाँ क्लिक करें) दलों में मिली आस्वादन टिप्पणी का मूल्यांकन करने का निर्दोश दें। हर दलें से मूल्यांकन संबंधी टिप्पणी करने का निर्देश दें। प्रस्तुतीकरण करवाएँ। अद्यापक अपना प्रस्तुतीकरण करें। (यहाँ क्लिक करें) पाठ्यपुस्तक की मूल्यांकनफारमाट के आधार पर आस्वादन टिप्पणी का स्वनिर्धारण करें। पुनर्लेखन करके पोरट फोलियो में संकलन करने का निर्देश दें। (मलयालम परिभाषा)Test


Tuesday, July 12, 2011






മലയാളം കമ്പ്യൂട്ടറിലൂടെ


മലയാളം എഡിറ്റര്‍
മലയാളം എഡിറ്റര്
സമീപകാലംവരെ കമ്പ്യൂട്ടറുകള്ക്ക് ഇംഗ്ലീഷും ചില യൂറോപ്യന്ഭാഷകളുമാണ് പരിചിതമായിരുന്നത്. കാരണം ഭാഷകളിലെ 256 അക്ഷരങ്ങള്മാത്രം രേഖപ്പെടുത്തുന്ന രീതിയാണ് നിലവിലുണ്ടായിരുന്നത്. 
മലയാളം ഡെസ്ക്ടോപ്പ്
മലയാളം ഡെസ്ക്ടോപ്പ്
അതുകൊണ്ടുതന്നെ, മലയാളത്തില്രേഖകള്തയ്യാറാക്കാന്‍, കമ്പ്യൂട്ടറില്പ്രത്യേകം ഇന്സ്റ്റാള്ചെയ്ത ചില സോഫ്റ്റ്വെയറുകളെ നിങ്ങള്ക്ക് ആശ്രയിക്കേണ്ടിവരുന്നു. ഇത്തരം സോഫ്റ്റ്​വെയറുകള്നിങ്ങളുടെപക്കല്ഇല്ലെങ്കില്‍, രേഖ തയ്യാറാക്കാന്നിങ്ങള്ക്ക് കഴിയുകയില്ല.
മാത്രമല്ല നിങ്ങള്മലയാളത്തില്തയ്യാറാക്കിയ രേഖകള്‍, മറ്റൊരു സോഫ്റ്റ്​വെയര്ഉപയോഗിക്കുന്ന വ്യക്തിക്ക് വായിക്കുവാന്കഴിയുകയില്ല. വിവിധതരം മലയാളം സോഫ്റ്റ്വെയറുകള്ലഭ്യമായതിനാല്അവയെല്ലാം തന്നെ വാങ്ങുക പ്രായോഗികവുമല്ല.

യൂണികോഡ് എന്ന പുതിയ ഭാഷാ സമ്പ്രദായം

മലയാളം യൂണീക്കോഡ്
മലയാളം യൂണീക്കോഡ്

ലോകത്തെ എല്ലാ ഭാഷകളും കമ്പ്യൂട്ടറുകള്ക്ക് മനസ്സിലാകുന്ന രീതിയില്കമ്പ്യൂട്ടറില്അക്ഷരങ്ങള്രേഖപ്പെടുത്തുവാന്ഉണ്ടാക്കിയ സമ്പ്രദായമാണ് യൂണികോഡ് (UNICODE). ഏകീകൃതവും ആഗോളതലത്തില്അംഗീകാരം ലഭിച്ചതുമായ കമ്പ്യൂട്ടര്സമ്പ്രദായമാണ് യൂണികോഡ്. യൂണികോഡിന്റെ സഹായത്തോടെ നിങ്ങള്ക്ക് സ്വന്തം ഭാഷയില്പ്രിയപ്പെട്ടവരുമായി ആശയവിനിമയം നടത്താവുന്നതാണ്.

പദ്ധതിയെക്കുറിച്ച്

വിവരസാങ്കേതികവിദ്യയുടെ പുത്തന്‍‌ സാധ്യതകള്ഉപയോഗപ്പെടുത്തി മലയാളഭാഷയെ ശക്തിപ്പെടുത്തുകയും ഭാഷയുടെ അതിരുകളില്ലാതെ വിവരസാങ്കേതികവിദ്യയുടെ നേട്ടംഎല്ലാ മലയാളികള്ക്കും എത്തിക്കുകയുമാണ് മലയാളം കമ്പ്യൂട്ടിംഗ് പ്രചാരണ പരിപാടിയുടെയുടെ ഉദ്ദേശ്യം.
പദ്ധതി നിലവില്വരുന്നതോടെ സാധാരണക്കാര്ക്ക് കമ്പ്യൂട്ടറിന്റെ സേവനം കൂടുതല്ഫലപ്രദമായി ഉപയോഗിക്കാന്സാധിക്കും. വിവരവിനിമയ സാങ്കേതികവിദ്യയുടെ എല്ലാ സേവനങ്ങളും പരമാവധി ഉപയോഗപ്പെടുത്താനും -മെയില്‍, ചാറ്റിംഗ്, ബ്ളോഗ് തുടങ്ങിയ കമ്പ്യൂട്ടര്‍/ ഇന്റര്നെറ്റ് അധിഷ്ഠിത സംവിധാനങ്ങള്കൂടുതല്കാര്യക്ഷമമായി ഉപയോഗപ്പെടുത്തുവാനും പുതിയ സംരംഭം ഏറെ സഹായകരമാകും.
മൂവായിരത്തോളം വരുന്ന 'അക്ഷയാ' കേന്ദ്രങ്ങളിലൂടെ സംസ്ഥാനത്തിലാകമാനം പൊതുജന ബോധവല്ക്കരണ പരിപാടികള്നടപ്പിലാക്കാനാണ് പദ്ധതി ലക്ഷ്യം വയ്ക്കുന്നത്‌. ഓരോ അക്ഷയാ കേന്ദ്രവും ഏകദേശം 1200 മുതല്‍ 1500 വരെ കുടുംബങ്ങളെ ബന്ധപ്പെടുന്നുണ്ട്‌. അടുത്ത മൂന്നു വര്ഷം കൊണ്ട്കേരള സംസ്ഥാനത്തിലെ 40 മുതല്‍ 50 ലക്ഷം വരെ കുടുംബങ്ങളില്മലയാളം കംമ്പ്യൂട്ടിങ്ങിന്റെ സന്ദേശം എത്തിക്കുവാന് പ്രചരണ പ്രവര്ത്തനങ്ങള്വഴി കഴിയും. അക്ഷയാ കേന്ദ്രങ്ങള്‍, പ്രാദേശിക സംഘടനകളും പ്രാദേശിക ഭരണ സംവിധാനങ്ങളുമായി സഹകരിച്ച്പ്രദേശത്തിന്റെ വിവിധ ഭാഗങ്ങളില്പൊതുജനങ്ങള്ക്കായി ബോധവല്ക്കരണ പരിപാടികളും കമ്പ്യൂട്ടറില്മലയാളം ഉപയോഗിക്കുന്നതിനുള്ള പരിശീലനവും സംഘടിപ്പിക്കും. അതോടൊപ്പം തന്നെ ഓരോ ജില്ലയിലേയും പ്രാദേശിക കമ്പ്യൂട്ടര്വില്പ്പനസ്ഥാപനങ്ങള്ക്കും മലയാളം കംമ്പ്യൂട്ടിങ്ങില്പരിശീലനം നല്കാന്പദ്ധതിയുണ്ട്,

എന്റെ ഗ്രാമം
എന്റെ ഗ്രാമം
പ്രചരണ പ്രവര്ത്തനങ്ങളെ തുടര്ന്ന് വെബ്ബിലെ മലയാളം ഉള്ളടക്കം വര്ദ്ധിപ്പിക്കാനുള്ള പല തുടര്പരിപാടികളും ആരംഭിക്കും. കേരളത്തിലെ എല്ലാ പഞ്ചായത്തിനും സ്വന്തമായി ഒരു പോര്ട്ടല്ഉണ്ടാവുക എന്നതാണ് ലക്ഷ്യമാക്കുന്ന ഒരു തുടര്പരിപാടി. ഇത്തരം പോര്ട്ടലുകളില്പ്രാദേശികമായ പ്രകൃതിജന്യവും അല്ലാതെയുമുള്ള വിഭവശേഷിയും മനുഷ്യ വിഭവശേഷി സംബന്ധിച്ച വിവരങ്ങളും, തനതു സംസ്ക്കാരം, പ്രാദേശിക സാമ്പത്തിക നില, വ്യവസായങ്ങള്‍, കൃഷി, സേവനത്തുറ, ചര്ച്ചാവേദി, തുടങ്ങി ഉപയോഗ പ്രദമെന്നു കാണുന്ന ഏതു കാര്യവും ഉള്പ്പെടുത്താം. പ്രവര്ത്തനങ്ങള്ക്ക്പ്രോത്സാഹനമായി നല്ല പഞ്ചായത്തു പോര്ട്ടലിന്സര്ക്കാര്അവാര്ഡുകള്നല്കാം. അത്തരത്തിലുള്ള നല്ല പോര്ട്ടലിന്ഒരു ഉദാഹരണമാണ് അഴിക്കോട്പഞ്ചായത്തിന്റെ പോര്ട്ടല്.